गौ विश्वविद्यालय:- हम एक ऐसे विश्वविद्यालय की कल्पना कर रहे हैं जिसमें गौ केन्द्रित समस्त विषयों पर व्यापक अध्ययन, अध्यापन, शोध, अनुसंधान एवं प्रशिक्षण कार्य होगा।
गोवंश के अनेकों गुणों को देखते हुए हमारी संस्था के द्वारा भारत में एक गौ विश्वविद्यालय की परिकल्पना भारतीय देशी नस्लों के गोवंशों से जुड़े उन विषयों के अध्ययन, अध्यापन, शोध, अनुसंधान एवं प्रशिक्षण आदि कार्यों के लिए किया जा रहा है जो कि वैश्विक स्तर पर मानव समाज के वर्तमान स्वरूप को बदलने के लिए प्रभावशाली होंगे।
हमारा मानना है कि गाय इस ब्रह्माण्ड की एक ऐसी रहस्यमई कृति है जिसके विषय में मानव जितना गहराई से अध्ययन करेगा उतना ही अपने समाज को दिव्यता की ओर ले जाने में सफल हो सकेगा।
हमारे ऋषियों मुनियों ने गोवंश के संदर्भ में वर्षों तक अध्ययन व अनेकों शोध एवं अनुसंधान करके वेदों से लेकर पुराणों और संहिताओं तक में अपने अद्भुत विचार दिए हैं। गौ संबंधी अनेको रहस्यों का उद्घाटन किया हुआ है। जिसपर आज के मनुष्यों का अध्ययन एवं शोध करना परम आवश्यक है। भारत की संस्कृति, परम्परा धर्म के मूल में गोवंश सदा से रहा है अतः भारत में गोवंश जैसे महान विषय को लेकर कोई विश्व स्तरीय शिक्षण संस्थान न होना यह हम भारतीयों के मानसिक दिवालियेपन का ही उदाहरण है।
हम गौ विश्वविद्यालय के माध्यम से गोवंश को आधुनिक शिक्षा का अंग बनाना चाहते हैं। जिसमें गौ आधारित अर्थव्यवस्था, चिकित्सा, कृषि, ऊर्जा, व्यापार, खाद्य संस्करण जैसे विषय महत्वपूर्ण होंगे।
यदि गोवंश शिक्षा, शोध और अनुसंधान का विषय बन जाएगा तो हमे विश्वास है कि शीघ्र ही मानव समाज को उसके जीवन के लिए गोवंश से ऐसे अनेकों लाभ प्राप्त होंगे जिससे मानव समाज अभी तक वंचित है। अतः हमारा प्रयास रहेगा कि भारतीय देशी वेदलक्षणा गोवंश को भारतीय छात्रों के पाठ्यक्रम का विषय बनाया जाए और आरम्भ से लेकर उच्च शिक्षा तक में गौ संबंधित विषयों को सम्मिलित किया जाए। इसके अतिरिक्त गौ संबंधित विषयों के शिक्षण प्रशिक्षण के लिए अलग से प्रत्येक जिला स्तर पर शिक्षण संस्थानों, प्रशिक्षण केंद्रों की स्थापना की जाएं।
भविष्य में भारतीय देशी गोवंश विलुप्ति के कगार पर आ जाए उससे पूर्व हमे गंभीर शोध एवं अनुसन्धान पूर्वक समाज में इस बात को स्थापित कर देना है कि गोवंश मानव मात्र के लिए ठीक उतना ही उपयोगी है जितना प्राणवायु, जल, अन्न और आवास उपयोगी है।
हम विश्वास के साथ कह सकते हैं कि यह गौ विश्वविद्यालय भोगवादी मानव समाज के स्वरूप को पूर्णतः परिवर्तित कर एक नवीन दिव्य समाज के रचना का कारण होगा। इस विश्वविद्यालय से निकले हुए गौ प्रेमी छात्रों के द्वारा हम एक ऐसे समाज का निर्माण करेंगे जो स्वस्थ, शांत, चिंतनशील और चरित्रवान होगा। जो भारतीय संस्कृति परम्परा आधारित नैतिक मूल्यों से युक्त होकर संसार को एक नई दिशा दे सकेगा। जहां प्रत्येक मनुष्य अपने जीवन के एकमात्र लक्ष्य परमानंद को प्राप्त करने में सफल हो सकेगा।