गोशाला प्रबंधन प्रशिक्षण केंद्र:- गोसेवा एवं गोशाला प्रबंधन हेतु गोसेवक प्रशिक्षण
देशभर में हजारों गोशालाएं हैं जो योग्य गोशाला प्रबंधक एवं गोसेवकों की कमी से जूझ रहीं हैं। सभी गोशालाओं को गोवंश के देखभाल एवं गोशाला प्रबंधन एवं संचालन के लिए श्रद्धावान एवं प्रशिक्षित गोसेवकों की आवश्यकता होती है। अनेकों स्थानों पर श्रद्धावान अथवा प्रशिक्षित गोसेवक न होने के कारण कई बार गोवंश को बहुत हानि उठानी पड़ती है अतः इस प्रकार की हानि को रोकने के लिए देशभर में अनेकों प्रशिक्षण केंद्रों की स्थापना करना आवश्यक है।
इन सभी समस्याओं के समाधान के लिए हमने निर्णय लिया है कि देशभर में लाखों श्रद्धावान गोसेवकों को अनुभवी विद्वानों के द्वारा गोशाला प्रबंधन एवं गोसेवा विषय पर शिक्षित एवं प्रशिक्षित किया जाएगा।
इसके लिए प्रत्येक जिले में प्रशिक्षण केंद्रों की स्थापना की जाएगी। इन प्रशिक्षण केंद्रों में गोसेवकों को निम्नलिखित विषयों पर शिक्षित एवं प्रशिक्षित किया जाएगा-
प्रशिक्षण में उत्तीर्ण गोसेवकों को प्रमाणपत्र दिया जाएगा। प्रमाणपत्र के द्वारा गोसेवक देशभर के गोशालाओं में उचित मानदेय पर विभिन्न पदों पर नियुक्ति प्राप्त कर सकेंगे। गोशालाओं में श्रद्धावान एवं प्रशिक्षित गोसेवकों की नियुक्ति होने से गोवंश संरक्षण एवं संवर्द्धन प्रकल्प को बहुत बल मिलेगा। इसके अतिरिक्त गोसेवकों को भी धार्मिक, आर्थिक, सामाजिक आदि उपलब्धियां हो सकेंगी साथ ही समाज में उन्हें एक योग्य एवं महत्वपूर्ण व्यक्तित्व के रूप में भी प्रतिष्ठा मिलेगी।